Page 2 - L.N-Jhanshi ki Rani-2
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झासी क बाद लदल्ली ]लखनऊ ]मरठ ]कानपर और घटना की ऻृालत की लहर दौड़
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अग्रज ं न जब भारत की अनक ररयासत ं पर कब्जा कर ललया त अब वह झासी पर
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कब्जा करना चाहत थ A रानी लक्ष्ीबाई मदो क वश म परुष ं की सना स लड़ रही
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थी A उसी समय अग्रज लफ्टिनट वाकर आ गया और वह जवान ं क बीच म लड़न
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लगा A रानी न भी तलवार लनकाली और द न ं न धमा शान यद्ध हुआ A वाकर यद्ध म
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घायल ह गया और हरान ह कर वहा स भाग गया A
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रानी घमासान यद्ध करत हुए कालपी पहुची A वह कई सौ मील चल कर आई थी A
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उसका घ ड़ा थक कर जमीन र लगर गया A और लगरत ही मर गया A यमना नदी क
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लकनार रानी स अग्रज ं न लफर हार का सामना लकया A रानी न ग्वाललयर पर अलधकार
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जमा ललया A अग्रज ं क लमत्र लसलधया क राजधानी छ ड़नी पड़ी A
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