Page 4 - L N
P. 4

े
                                                                                       ँ
                       जाता। कफर िह कही दूसरी जगह ददखता ठीक उसी प्रकार िह िहा स भी गायब हो
                                          ं
                                          े
                       जाता। अतः युद्ध क सभी स्थलों पर अपनी िीरता का परचम लहराता था।
                       6-बढ़ते नद-सा िह लहर गया
                       िह गया गया कफर ठहर गया।

                       विकराल बज्र मय बादल-सा
                       अरर की सेना पर घहर गया।

                       शब्दाथण : नद-नदी । अरर-शत्रु । घहरना – ट ू ट पडना ।
                       व्याख्या- कवि कहते ह कक िह नदी की लहरों की भाँतत आगे बढ़ता गया । िह जहाँ
                                             ैं
                       भी जाता क ु छ क्षण क सलए रुक जाता कफर अचानक विकराल, बबजली की चमक की
                                            े
                                                      े
                       तरह, बादल का ऱूप धारण करक अपने दुश्मनों पर प्रहार करता अथात ट ू ट पडता था
                                                                                          ण
                       ।


                       7-भाला गगर गया, गगरा ननषंग,
                       हय टापों से खन गया अंग ।

                                              ं
                       वैरी – समाज रह गया दग
                                     े
                                          ं
                       घोडे का ऐसा दख रग ।
                       शब्दाथथ : हय- घोडा । िैरी – दुश्मन ।
                                                                                                         े
                       व्याख्या - कवि कहते ह कक घोडे की टापों से अथाणत उसक पैरों से दुश्मन पूरी तरीक
                                              ैं
                                                                               े
                       से घायल हो गए उनक भाल और तरकस सभी ज़मीन पर पडे थे। चेतक की िीरता
                                             े
                                                   े
                                         े
                                                ै
                                                                            ं
                       का ऐसा पराक्रम दखकर बरी दल ( दुश्मन का खमा) दग रह गया।
                                                                      े
               Learning outcome :
                                                           े
                                                          ें
                                                                    े
                                                                                    ें
                       1.छात्र िफ़ादारी क महत्त्ि को समझग और इस अपने जीिन म लागू करने का
                                        े
                       प्रयास करग |
                                  े
                                ें
                                                                                  ें
                                                                  े
                                                       ें
                                      े
                       2.छात्र साहस क महत्त्ि को समझग और इस अपने जीिन म लागू करने का प्रयास
                                                         े
                         ें
                           े
                       करग |
                    3. छात्र राष्ट्रभजक्त और दश भजक्त क महत्ि को समझग|
                                                                             े
                                               े
                                                                            ें
                                                          े
                    4 . छात्र इततहास की घटनाओं और उनक महत्त्ि को समझग
                                                             े
                                                                                 े
                                                                               ें

                                               *******
   1   2   3   4