Page 7 - LN-KICHAD KA KAVYA-1
P. 7

ि
           आर्थक महत्त्&



                    ों
                                                     े
                                                                            ि
                                                                              ें
                                          ें
                                                        ृ
                                                                                                               ै
                गगा अपनी घार्िय ों म भारत  क कर्ष आधाररत अथ म भारी सहय ग त  करती ही ह,
                                                                         े
                                                                  े
                                                                                          े
                  यह अपनी सहायक नर्दय ों सर्हत बहुत बड़ क्षत्र क र्लए र्सचाई क बारहमासी स्र त
                                                                                   ों
                                                                     े
                                                                            ें
                                                     े
                                      ें
                        ैं
                                                                               ु
                                 े
                  भी ह । इन क्षत्र ों म उगायी जान वाली प्रधान उपज म मख्यतः धान, गन्ना, दाल,
                                  ू
                                                                                          ू
                                         ्
                                                                                                          ों
                                                ैं
                                                                                                     ैं
                  र्तलहन, आल एवम गह ह। ज  भारत की कर्ष आज का महत्त्पण स्र त ह । गगा क
                                                                   ृ
                                                                                                               े
                                             ाँ
                                           े
                                                                                            ि
                                                                         े
                                                                            ू
                                                                      ाँ
                                                        े
                                 ें
                           े
                                                                                     ि
                  तिीय क्षत्र ों म दलदल तथा झील ों क कारण यहा लग्यम, र्मच, सरस , र्तल, गन्ना और
                                                                                                        ि
                                                                                                      ू
                                                              े
                  जि की बहुतायत फसल ह ती ह । इसक ति पर ऐर्तहार्सक दृर्ष्ट् स महत्त्पण तथा
                                                     ै
                    ू
                                                                                            े
                                     ि
                      ृ
                                                         ि
                                                                                                               ै
                                        े
                                                                      ै
                                                                                                    ू
                                                                                                       ि
                                              ू
                  प्राकर्तक स न्दय स भरपर कई पयिन स्थल ह ज  राष्ट् र ीय आय का महत्त्पण स्र त ह
                  ।
           Tkho Tkarq &
                                                                          े
                                                                     ों
                                                                                                       ों
                                                                              ै
                                                                                            ें
                    ों
                                         ि
                                    ें
                                             ृ
                गगा की घािी म सवत्र कर्ष ह ती ह र्फर भी गगा क मदानी भाग म र्हरण, जगली
                                                         ै
                            ों
                                               े
                                                                               े
                    ू
                  सअर, जगली र्बखिया, भर्ड़या, गीदड़, ल मड़ी की अनक प्रजार्तया काफी सख्या म                     ें
                                                                                                       ों
                                                                                             ाँ
                                           ाँ
                                                                                     ैं
                                                                                             ें
                                                                                                ों
                  पाय जात ह। डॉलर्फन की द  प्रजार्तया गगा म पायी जाती ह। र्जन्ह गगा डॉलर्फन
                               ैं
                            े
                       े
                                                              ाँ
                                                                      ें
                                                                 ों
                  और इरावदी डॉलर्फन क नाम स जाना जाता ह । इस नदी और बगाल की खाड़ी क
                                                       े
                                                                       ै
                                                                                           ों
                                                                                                              े
                                              े
                                               े
                  र्मलन स्थल पर बनन वाल महान क  सन्दरवन क नाम स जाना जाता ह ज  र्वश्व की
                                                              ु
                                                       े
                                                  ु
                                                                                                 ै
                                                                        े
                                                                                  े
                                          े
                                                                                                     े
                                                                  ों
                                                                                                ों
                                                                                                           ि
                                                                                       े
                  बहुत-सी प्रर्सद्ध वनस्पर्तय ों और प्रर्सद्ध बगाल बाघ का गहक्षत्र ह । गगा क पवतीय
                                                                                   ृ
                                                                                            ै
                                                                                                           े
                                                             ू
                  र्कनार ों पर लगर, लाल बदर, भर भाल, ल मड़ी, चीत, बफील चीत, र्हरण, भ ोंकन वाल                    े
                                                                                     े
                                                                                          े
                                  ों
                                              ों
                                   ू
                                                      े
                                                                            े
                                                     ू
                                                         ृ
                                         ू
                                                                                                            ैं
                                              ृ
                                                                                                  ें
                                                                                          ों
                                                                                                         े
                  र्हरण, साम्भर, कस्तरी मग, बरड़ मग, साही, तहर आर्द काफी सख्या म र्मलत ह ।
   2   3   4   5   6   7