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भी हम उस मथ कर माखन नहीं बना सकत, ठीक उसी प्रकार अगर एक बार
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कोई बात नबगड़ जाए] तो हम उस िहल tSlk ठीक कभी नहीं कर सकत ह।
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इसनलए बात नबगड़न से िहल ही हम उस l¡Hkky लना चानहए।
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9& रनहमन दक्तख ---------------------------------------- कर तरवारर।।
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रहीम जी ने हम इस दोह में जो ज्ञान नदया है] उस हम हमशा याद रखना
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चानहए। ये िरी नजदगी हमार काम आएगा। रहीम जी क े अनसार हर वस्त या
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व्यक्ति का अिना महत्व होता है] निर चाह वह छोटा हो या बड़ा। हम कभी भी
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नकसी बड़ व्यक्ति या वस्त क े नलए छोटी वस्त या व्यक्ति की उिक्षा नहीं करनी
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चानहए। कनव कहत हैं नक जहा सई का काम होता है] ogk¡ िर तलवार कोई
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काम नहीं कर िाती] अथात तलवार क े आकार में बड़ होन िर भी वह काम की
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सानबत नहीं होती] जबनक सई आकार में अिक्षाकत बहुत छोटी होकर भी
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कारगर सानबत होती ह। इसीनलए हम कभी धन-सिनि] ऊच-नीच व आकार क े
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आधार िर नकसी चीज़ की उिक्षा नहीं करनी चानहए।