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               नील नयनों- सा यह अंबर,
                               े
               कालीपुतली स य जलधर      -,
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               करुणाविगमलत अश्रु बहाकर   -,
               धरती की चचर प्यास बुझाई |

               ब ढ़ी धरती शस्यश्यामला   -,
               बनने को फिर से ललचाई |

               पहली ब ूँद धरा पर आई |
               व्याख्या -

                                                                                        े
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                                                                   े
                                 ैं
                                                                             ै
               आग कवि कहते ह फक नीला आसमान नीली आूँखों क समान ह और काल बादल उन नीली-
                 नीली आूँखों की काली पुतली क समान ह| मानो बादल धरती क दुखों स दुुःखखत होकर            :
                                                        ै
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                                                                              े
                    त
                 िर्ा ऱूपी आूँस  बहा रहा हो| इस प्रकार धरती की प्यास बुझ जाती ह | िर्ात का प्रेम पाकर
                                                                                   ै
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               धरती क मन म फिर से हरा भरा होने की इच्छा जाग उठी ह          ै -| पहली ब ूँद क ु छ इस तरह
               धरती पर आई, क्जसका ख बस रत एहसास और पररणाम धरती को ममला |
               शब्दार्त –
               पािस- िर्ात
               प्रर्म- पहला
               ददिस- ददन
               धरा- धरती

               नि-जीिन- नया जीिन

                                        े
               अूँगडाई- आलस्य आदद क कारण अंगों का एठना |
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               उडता सागर- पानी से भर बादलों को कहा गया ह
               स्िखणतम- सुनहर
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               पर – पंख
               बजा नगाडे – नगाडों समान बादलों की तेज आिाज,

               तरुणाई- योिन
               Learning outcome :

                                                 ें
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               1.बच्चे पहली ब ूँद (कविता) पाठ म प्रयुतत पक्तत क माध्यम स दहंदी
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               शब्दों स पररचचत हए I
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               2. बच्चों को दहंदी काव्य क प्रतत अनुराग उत्पन्न हआ I
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               3. बच्चों म प्राक ृ ततक सुदरता क प्रतत इच्छा उत्पन्न हई |
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                                                                    ु
               4. बच्चे प्रक ृ तत की सुरक्षा और सुदरता को बनाए रखने क मलए संकल्प मलए |
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                                                                       े

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