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इस तरह, वृ अपने जीवन का ब लदान दकर अपनी संतान को आग बढ़ाता ह। वह खुद
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सूखकर ख म हो जाता ह, ल कन अपन बीज क प म नई िजंदगी को ज म दकर अमर हो
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जाता ह। यह क ृ त का अट ू ट नयम ह, िजसम हर जीव कसी न कसी प म आग बढ़ता
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रहता ह।
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श दाथ –
मह ना-दर मह ना – मह ने क बाद मह ना, लगातार कई मह ने
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वसंत – ऋतुओं म एक, िजसे बसंत भी कहते ह (माच -फरवर )
शशु – छोटा ब चा
माट – म ट , धरती
जड़ – पौध का वह भाग जो म ट क अंदर रहता ह ै
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तना – पौध का वह भाग जो ऊपर क ओर बढ़ता ह ै
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Learning outcome :
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1. व याथ पेड़ क जीवन च को समझ सकगे |
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2. पेड़-पौध क व भ न वशेषताओं स प र चत ह ग |
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3. व याथ पयावरण क मह व को समझकर उ ह बचाने का यास करग |
4. पेड़-पौध स संबं धत श दावल का वकास करगे |
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5. पेड़-पौध क व भ न कार और उनक उपयोग को जानग |
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6. पेड़-पौध क सुर ा एवं सर ण करग |
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