Page 5 - LN-NAYE ELAKE
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एक ही ददन में पुरानी पड़ जाती है दुबनया



           जैसे वसंत का गया पतझड़ को लौटा हूँ



           जैसे िैसाख का गया भादों को लौटा हूँ


           ऄि यही है ईपाय दक हर दरवाजा खटखटाओ



           और पूछो – क्या यही है वो घर ?



                                    े
           समय िहुत कम है तुम्हार पास


           अ चला पानी ढहा अ रहा ऄकास



           शायद पुकार ले कोइ पहचाना उपर से देखकर।



           शब्दाथत -




           वसंत - छह ऊतुओं में से एक


                                         े
           पतझड़ - एक ऊतु जि पेड़ों क पत्ते झड़ते हैं

                                          े
           वैसाख (वैशाख) - चैत (चैत्र) क िाद अने वाला महीना


                           े
           भादों - सावन क  िाद अने वाला महीना


           ऄकास (अकाश) - गगन




           व्याख्या - कबव कहता है दक एक ही ददन में सिकछ आतना िदल जाता है दक एक ददन पहले की दुबनया
                                                             ु


           पुरानी लगने लगती है । ऐसा लगता है जैसे महीनों िाद लौटा हूँ। ऐसा लगता है जैसे घर से िसंत ऊतु



           में िाहर गया था और पतझड़ ऊतु में लौट कर अया हूँ। जैसे िैसाख ऊतु में गया और भादों में लौटा
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