Page 2 - LN-NAYE ELAKE
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पाठ सार
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प्रस्तुत पाठ की पहली कबवता नए आलाक में’ में कबव ने एक ऐसी दुबनया में प्रवेश करने क अमंत्राण का
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ईल्लेख दकया है, जो एक ही ददन में पुरानी पड़ जाती है। आस कबवता क अधार पर कबव आस िात का
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ज्ञान देना चाहता है दक जीवन में कछ भी स्थायी नहीं होता ऄथातत कोइ भी वस्तु या जीव हमेशा क
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बलए नहीं रहते । कबव क साथ ऄक्सर ऐसा होता है दक वह ऄपना रास्ता ढढ़ने क बलए पीपल क पेड़ को
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खोजता है परन्तु हर जगह मकानों क िनने क कारण ईस पीपल क पेड़ को काट ददया गया हैदिर
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कबव पुराने बगर हुए मकान को ढढ़ता है परन्तु वह भी ईसे ऄि कही नहीं ददखता कहने का तात्पयत यह
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है दक कबव को ऄि िहुत से मकानों क िन जाने से घर का रास्ता ढढ़ने में परशाबनयों का सामना करना
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पड़ता है । कबव कहता है जहाूँ पर रोज ही कछ नया िन रहा हो और कछ बमटाया जा रहा होवहाूँ पर
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ऄपने घर का रास्ता ढ़ूढ़ने क बलए अप ऄपनी याददाश्त पर भरोसा नहीं कर सकते कबव कहता है दक
एक ही ददन में सि कछ आतना िदल जाता है दक एक ददन पहले की दुबनया पुरानी लगने लगती है।
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ऐसा लगता है जैसे महीनों िाद लौटा हूँ। कबव कहता है दक ऄि सही घर ढ़ूढ़ने का एक ही ईपाय है दक
हर दरवाजे को खटखटा कर पूछो दक क्या वह सही घर है।
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पाठ व्याख्या - ( नए आलाक में )
आन नए िसते आलाकों में
जहाूँ रोज िन रहे हैं नए-नए मकान
मैं ऄकसर रास्ता भूल जाता हूँA