Page 3 - LN-NAYE ELAKE
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शब्दाथत -



           आलाका - क्षेत्र



           ऄकसर - प्रायः, हमेशा



           व्याख्या - कबव कहता है दक शहर में नये मुहल्ले रोज ही िसते हैं। ऐसी जगहों पर रोज नये-नये मकान



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           िनते हैं । रोज-रोज नये िनते मकानों क कारण कोइ भी व्यबि ऐसे आलाक में रास्ता भूल सकता है।

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                                                                                                            ।
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           कबव को भी यही परशानी होती है। वह भी आन मकानों क िीच ऄपना रास्ता हमेशा भूल जाता है
           धोखा दे जाते हैं पुराने बनशान


           खोजता हूँ ताकता पीपल का पेड़



           खोजता हूँ  <gk हुअ घर



           और जमीन का खाली टकड़ा जहाूँ से िाएूँ
                                   ु


           मुड़ना था मुझे



           दिर दो मकान िाद बिना रगवाले लोहे क िाटक का
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                                       ं

           घर था आकमंबजला A




           शब्दाथत -



           ताकता - देखता



           ढहा - बगरा हुअ, ध्वस्त


           िाटक - दरवाजा
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