Page 4 - Microsoft Word - TOPIC-3 ARYABHATTA Notes
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सरलाथ : समाज म नए िवचारों को ीकार करन (मानन) म अिधकतर सामा लोग किठनाई को
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अनभव करत ह। भारतीय ोितष शा म वस ही आयभट का िवरोध आ। उनक िस ा अनसन े
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कर िदए गए (नहीं मान गए)। वह य को भारी िव ान मानन वालों की हसी का पा (िवषय) बन गए।
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िफर भी उनकी ि (िवचारधारा) समय को लाघन वाली दखी गई (िदखाई पड़ी)। िक आधिनक
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व ािनकों न उनम, और उनक िस ा म आदर (िव ास) कट िकया। इसी कारण स हमार पहल े
उप ह का नाम आयभट रखा गया।
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वा व म भारत की गिणत पर रा क और िव ान की पर रा क वह एक िशखर प ष (सव
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