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               है। अगर अतततथ तबना माँग इज्जत चाहत हैं तो उन्हें यह सावधानी बरतनी होगी कक अल्प
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               समय में ही ककसी का दरवाशा छोड़ दें । अतततथ द्वारा फहड़ आचरण ककए जान का दुष्पटरणाम
               एक कदन यह भी हो सकता है कक मेज़बान द्वारा उन्हें ‘गेि आउि’ भी कह कदया जा सकता है।
               यह व्यंग्य-रचना सही मायन में मेहमान और मेज़बान की संयुि आचार संतहता है।
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