Page 4 - LESSON NOTES - DIARY KA EK PANNA - 2
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               झंडा था । जो  वयंसवी आए थे वे अपनी जगह स पु लस क  ला ठयाँ पड़ने पर
               भी नह ं हट रह थ ।
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                                        (ि  य  क  बहादुर  का वण न)



               सुभाष बाबू को भी पकड़  लया गया और गाड़ी म  बैठा कर लालबाज़ार लॉकअप म

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               भेज  दया गया । क ु छ दर बाद ह  ि  याँ वहाँ से जन समूह बना कर आग बढ़ने
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               लगी । उनक साथ बहत बड़ी भीड़ भी इक ठ  हो गई । क ु छ समय क  लए लगा
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               क  पु लस ठडी पड़ गई ह अब लाठ  नह ं बरसाएगी पर तु पु लस बीच-बीच म
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               ला ठयाँ चलाना  शु  कर दती थी । इस बार भीड़  यादा थी तो आदमी भी  यादा
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               ज मी हए । धम त ले क मोड़ पर आते-आते जुलूस ट ू ट गया और लगभग 50 से
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               60 ि  याँ वह  मोड़ पर बैठ गई । उनक आसपास बहत बड़ी भीड़ इक ठ  हो गई
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               थी । िजन पर पु लस बीच -बीच म  ला ठयाँ चलाया करती थी ।

               इस  कार कर ब पौने घट क बाद पु लस क  लार  आई और उनको लालबाज़ार ले
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               जाया गया । और भी कई आद मय  को पकड़ा गया । ि  य  का एक भाग आगे
               बढ़k ,िजनका नेतृ व  वमल   तभा कर रह  थी । उनको बह बाजार क मोड़ पर
                                                                                              े
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               रोका गया और वे वह   मोड़ पर बैठ गई ।आसपास बहत बड़ी भीड़ इक ठ  हो गई A
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               िजस पर पु लस बीच - बीच म  लाठ  चलkती थी ।

                      वृजलाल गोयनका जो कई  दन से अपने साथ काम कर रहा था और दमदम

                                                                                     े
               जेल म  भी अपने साथ था ,पकड़ा गया । पहले तो वह डंडा लकर व द -मातरम
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               बोलता हआ मोनुम ट क  और इतनी जोर से दौड़ा  क अपने आप ह   गर पड़ा और
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               उसे एक अं जी घुड़सवार न लाठ  मार   फर पकड़ कर क ु छ दूर ल जाने क बाद
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               छोड़  दया। इस पर वह ि  य  क जुलूस म  शा मल हो गया और वह पर भी
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               उसको छोड़  दया । तब वह दो सौ आद मय  का जुलूस बनाकर लालबाज़ार गया
               और वहां पर  गर तार हो गया ।


               मदालसा जो जानक दवी और जमना लाल बजाज क  पु ी थी ,उसे भी  गर तार
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                कया गया था । उससे बाद म  मालूम हआ क  उसको थाने म  भी मारा गया था ।
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               सब  मलाकर 105 ि  य  को  गर तार  कया गया था । बाद म  रात नौ बजे
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