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               गए। उस समय िे सेना म भी ‘लांस नायक’ क पद पर पहँच चुक र्थ।
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               हॉकी प्रेमी ध्यानचंद का खेल जगत म विस्मरणीय नाम ध्यानचंद ‘हॉकी’ खल स बहत प्रम
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                                                                                             े
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               करते र्थे। उन्होंने अपनी आत्मकर्था का नाम ही ‘गोल’ रखा। ि अमर खखलाड़ी ह। सन ्  1979
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               म ध्यानचंद धचरतनद्रा म चल गए। उनका जन्महदन ‘राटरीय खेल हदिस’ क ऱूप म मनाया
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               जाता ह। भारत का सिोच्च खल पुरस्कार ‘खेल रत्न’ उनक नाम पर हदया जाता ह।
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               शधदार्थक –
               गोल -  हॉकी म गद को विरोिी िीम क गोलपोस्ि म डालने की किया।
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               खल भावना - खल म ईमानदारी और सम्मान क सार्थ खलने की भािना।
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               लक्ष्य -  ककसी चीज को प्राप्त करने का उद्दश्य।
               साधना - ककसी लक्ष्य को प्राप्त करने क भलए तनरतर प्रयास करना।
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               Learning Outcome :
               1. खेल म हमेशा सच्ची खेल भािना क सार्थ खेलना |
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               2. िीम की सफलता को व्यब्ततगत सफलता से अधिक महत्ि दना ।
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               3. राटरप्रेम और लगन क सार्थ, हम ककसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते ह।
               4. लक्ष्य को प्राप्त करने क भलए कड़ी मेहनत और लगन से काम करना |
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               5. हार या जीत भसफ एक खखलाड़ी की नहीं, बब्ल्क पूर दश की होती ह।
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               6. लक्ष्य को प्राप्त करने क भलए तनरतर प्रयास और मेहनत |
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