Page 3 - CH-ATITHI DEVA BHAVA (LIT) LN
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                                                                 े
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               िोिती ह- अततचथ र्िता ह अथात् अततचथ हमार ‘र्ि’ ह इस प्रकार सोिो। उनकी सम्मान
                                                                                             े
               सदहत सेिा करो। राचिका दर्न-भर मंत्र की भााँतत िार – िार िोिती ह- अततचथर्िो भि ।
                                                                                   ै
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                                                                              े
                                                                 ं
                                                                                                 ै
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               अततचथर्िो भि । उसक िार् िह ततिी, मृदिी, ििि और भीम स प्रमपूिदक िोिती ह- क्या
                                      े
               र्ानते हो? अततचथर्िो भि । आप सि भी िोिो – ‘ अततचथर्िो भि’।
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                                                                          े
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