Page 3 - DOHE-LESSON NOTES
P. 3

खीर को शसर स काटना चाहहए और उस पर नमक लगाना चाहहए। र्हद ककसी
                    े
                                 े
               क े  मयह स कट य वाणी ननकल तो उस भी र्ही सजा होनी चाहहए।
                            े
                       ं
                                                े
                                                         े
                                                                              ँ
                                                                                    ै
                                                                   े
                               ैं
               रहीम कहते ह कक र्हद मनयष्र् का स्वभाव श्रष्ठ और ऊचा ह तो बयर लोगों क
                                                                                                      े
                                                                                            े
               साथ रहन पर भी वह उनकी बयराइर्ों स अिभाप्रवत ही रहता ह। उस पर बयरों
                                                            े
                                                                                      ै
                          े
                                                                                   े
                                                                                             े
                                                                                                         े
               की सगनत का कोई िभाव नहीं पड़ता। जजस िकार चन्दन क वृक्ष स सपु शलपट
                      ं
                                         े
                                                  े
               रहकर भी उसको अपन प्रवष स हानन नहीं पहँचा पाते तथा उसकी िीतलता
                                                                   य
                                                                  ं
               नष्ट नहीं कर पाते, उसी िकार दयष्टों की सगनत सज्जनों को िभाप्रवत नहीं कर
               पाती।
   1   2   3