Page 3 - HA-HAMID KHAN-2
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मुसलमान होटल में जाकर इस पैसे से पुलाव खाएाँ और तक्षमशला क भाई हाममद
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खााँ को याद कर ।”
लेखक वहााँ से लौटकर तक्षमशला क खुंडहरो की तरफ़ चला आया । वह कफ़र कभी
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हाममद खााँ को नही देख पाया । आज जब उसने तक्षमशला में आगजनी की खबर
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अखबार में पढी है तब वह भगवान से मवनती करता है कक उसक हाममद खााँ क
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दुकान को इस आगजनी से बचा लेना ।
शब्द अर्ष शब्द अर्ष
सालन गोश्त या सब्जी का ईमान मवश्वास
मसालेदार शोरबा
गोलाकार गोल आकार का फ़ख्र गवष
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पुलाव पक चावल आततायी अत्याचारी

