Page 3 - LN-EK PHOOL KI CHAHA-1
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पड़ा ‘पवतत ताटरणी, तेरी जय जय’। िह वबना ककिी प्रयाि क े, अपने अिंदर          क    े    मिंकदर   ही   आप -
                                                                     े
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               गया    चला, मानो उि ककिी शवक्त ने मिंकदर क े अिंदर धकल कदया हो।
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