Page 1 - LESSON NOTES - KAR CHALE HUM FIDA - 1
P. 1

SAI International School


                                                              SLRC
                                                     Class – X Hindi - B

                                                         Lesson Note

                                                    Kar Chale Ham Fida

                                                                       े
                            ै
                                                                                  े
                          कफ़  आजमी जी ने   तुत किवता को चीन और भारत क बीच यु  क समय बनी  फ म “हक क़त”

                     े
                    क िलए िलखा था। इस किवता का उ े य भारतीय नौजवान  म देशभि  क  ऊजा का संचार करना था।

                    उस समय यु  क दौरान ब त से जवान शहीद हो रहे थे। ऐसे म  हर जगह मायूसी ही छाई थी। किव इस
                                 े
                                                        ं
                                            े
                    गीत को िलख कर नौजवान  क अंदर ऊजा  फकना चाहते थे, िजससे  क वो देशभि  क  भावना से भरकर
                                                        ू
                    हँसते-हँसते अपना बिलदान कर सक। इस किवता से हम  उस समय यु -भूिम म  अपने  ाण  क  बाजी लगा

                                                                              ै
                    रहे जवान  क  मनोि थित का पता चलता है।   तुत किवता म देश क सिनक  क  भावना  का वण न है।

                                                                            े
                                                                       े
                                                                े
                                      े
                    सैिनक कभी भी देश क मानस मान को बचाने  से पीछ नह  हटगा।  फर चाहे उसे अपनी जान से ही हाथ
                                                                                    े
                     य  ना गवाना पड़े। भारत - चीन यु  क दौरान सैिनक  को गोिलयाँ लगने क कारण उनक  साँस   कने
                                                      े
                    वाली थी ,ठ ड क कारण उनक  नािड़य  म खून जम रहा था पर तु उ ह ने  कसी चीज़ क  परवाह न करते
                                  े

                     ए दु मन  का बहदुरी से मुकाबला  कया और दु मन  को आगे नह  बढ़ने  दया। सैिनक गव  से कहते है  क
                    हम  अपने सर भी कटवाने पड़े तो हम ख़ शी ख़ शी कटवा द गे पर हमार गौरव क  तhक िहमालय को नह
                                                                                    े
                                                                             े
                                                    े
                                                                                े
                    झुकने द गे अथा त िहमालय पर दु मन  क कदम नह  पड़ने द गे। ले कन देश क िलए  ाण  योछावर करने क
                                                                                      े
                    ख़ शी कभी-कभी  कसी  कसी को ही िमल पाती है अथा त सैिनक देश पर मर िमटन का एक भी मौका नहh  a
                    खोना चाहते। िजस तरह से दु हन को लाल जोड़े म सजाया जाता है उसी तरह सैिनक  ने भी अपने  ाण

                    का बिलदान दे कर धरती को खून से लाल कर  दया है ।
                                                      ु
                                े
                          इसी क साथ उ ह  देशवािसय  से कछ आशाएँ भी ह । िजनसे उ ह  आशाएँ ह  वो देशवासी हम और
                                             े
                                                                                                 े
                                                                                                      े
                    आप ह  तो इसिलए इस पाठ क ज रये हम जानेगे क  हम  कस हद तक उनक  आशाvksa पर खर उतर ह ।
                                              े
                    सैिनक कहते ह   क हम तो देश क िलए बिलदान दे रहे ह  पर तु हमार बाद भी ये िसलिसला चलते रहना
                                                                            े
                                                                  े
                    चािहए। जब भी ज रत हो तो इसी तरह देश क  र ा क िलए एकजुट होकर आगे आना चािहए। सैिनक
                                                                                                       ू
                                             े
                                                                           े
                    अपने देश क  धरती को सीता क आँचल क  तरह मानते ह  और कहत ह   क अगर कोई हाथ आँचल को छने
                     े
                    क िलए आगे बड़े तो उसे तोड़ दो। अपने वतन क  र ा क िलए तुम ही राम हो और तुम ही ल मण हो अब
                                                                 े
                    इस देश क  र ा का दािय व तुम पर है।
                                                       पाठ  ा ा

                           े
                    कर चल हम िफ़दा जानो-तन सािथयो
                             े
                                   े
                         ु
                    अब त ार हवाल वतन सािथयो
                      ँ
                    सास थमती गई, न  जमती गई
                                े
                                                 े
                    िफर भी बढ़त कदम को न  कन िदया
                                         ु
                                    े
                    कट गए सर हमार तो कछ गम नहीं
   1   2   3   4