Page 2 - LESSON NOTES - TOP
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                                                                       ं
                                     े
                                                                                      े
                ा ा -: किव कहत ह िक यह जो 1857 की तोप आज कपनी बाग़ क  वश  ार पर रखी गई ह                   ै
                                                                                             े
                            े

                                             ै

                                                                                                    ै
                                                             ं
                                                                                      ं
                                                                                        े
               इसकी ब त दखभाल की जाती ह। िजस तरह यह कपनी बाग़ हम िवरासत म अ जों स िमला ह, उसी
                                                               ै
                                     ं
                                                                            ं
                                      े
                                                                                             े
                                           े

                                                                                          े

               तरह यह तोप भी हम अ जों स ही िवरासत म िमली ह। िजस तरह कपनी बाग़ की दखरख की जाती ह            ै
                                                                                   े
                                                                                                 े
                                                                                       ं

                                                                                                         े

                                                                     ै
                                                                        ं
               उसी तरह इस तोप को भी साल म दो बार चमकाया जाता ह। प  यों म वीरन डगवाल जी न भारत क
                    े
                         ं
                                                                                े

                                                                                           ै
                                                                           े
                               ं
                                               े
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                                     े
                                                                                                     ं
               पहल  त ता-स ाम क समय अ जों  ारा उपयोग की गई तोप क बार म बताया ह। जो िक कपनी
                                ं
                          ु

                                  े
                                                                              े
                                                                       े
                                                                                              े

                                                                             ं
                                                                े
                                                                   ु
               बाग़ (कानपर म अ जों  ारा बनाया गया एक बगीचा) क महान पर अ जों की िवरासत क  प म रखी
                                  ं
                                                                     ं
                                                              े
                                                     ं
                                               ं
                                                                                              े
                    ै
                                                                                े
                ई ह। हर साल  त ता िदवस एव गणत  िदवस क िदन कपनी बाग़ क साथ-साथ इस भी चमकाया
                      ै

               जाता ह। कपनी बाग़ तथा यह तोप दोनों ही इितहास की िनशािनया ह, िज   आज  भी  सहजकर  रखा
                                                                        ँ
                                                                                               े

                         ं
                     ै
               गया ह

               का  सौ य
                           ं
                                     ं
               1-भाषा अ त सरल एव सहज ह
                                             ै
                               ै
                          ु

               2-यह छदम  शली म िलखी गयी किवता ह
                                                       ै
                       ं
                                                  ं
               3-'अ -अ ' म पन    काश अलकार ह            ै
                      े
                            े
                                 ु


               भावाथ
                                                      े
                                                         ै

                               े
                                   ं

                 ु
               सबह शाम आत ह कपनी बाग़ म ब त स सलानी
                            ै

               उ  बताती ह यह तोप

               िक म बड़ी जबर

                          े
               उड़ा िदए थ मन   े
                    े
                           े
                              ू
                                       े
               अ  - अ  सरमाओं क ध           े
                           े
                     े
               अपन ज़मान म

               श ाथ –
                                                 े

                                            े
                 ै
               सलानी - दशनीय  थलों पर आन वाल या ी                        जबर - ताकतवर
                                                                                            े
                                                                             े
                 ू
                                                                                     े
               सरमाओं – वीर                                                  ध  - िचथड़ - िचथड़ करना

                   ं
                                                                                                        े

                                      ँ
                            ु
                                ं
                                                                                               े
                                               ं

                                                                               े
                                                         ु
                सग -:   त प  या हमारी िहदी पा  प क '  श भाग -2 ' स ली गई ह। इसक किव वीरन
                 ं
                                                  े

                                ं


               डगवाल  ह। इन प  यों म किव कहत ह िक तोप का  योग िकसिलए और िकस  कार  आ था !

                                                                                                  ू
                                             ु
                                                                    े
                                                                           ं
                                                                                                     े

                                     े
                                                       े
                                                                                             े
                ा ा -: किव कहत ह िक सबह-शाम क व  ब त स लोग कपनी बाग़ म टहलन या घमन आत                      े
                                           े
                                                                   े

                                       े
                                                                                                         े

                                                                                                   े
                                                                         े

                                                      ै

               ह। तब यह तोप उ  अपन बार म बताती ह िक यह अपन ज़मान म ब त ताकतवर थी। इसन  अ
                    े
                                                                                               े
                           े
                                                                          े
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               अ   वीरों  क  िचथड़  उड़ा  िदए  थ।  अथात    व सभी इस तोप  क िवशाल आकार को  दख कर यह
                                                                                               ं
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               अनमान लगा लत ह िक जब इसका इ माल होता होगा, तब यह िकतनी ही भयकर एव श  शाली
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                                                                          े
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               होती होगी। इसन िकतन ही बगनाह  त ता  सनािनयों  को  बवज़ह मौत क घाट उतार िदए होंग।
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               अथात उस समय तोप न  न  जान  िकतन ही शर-वीरों की आज़ादी की आवाज को कचल डाला होगा !
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