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(4) कक्रया पदबंध- वह पदबंध जो अनेक कक्रया-पदों स ममलकर बना हो, कक्रया
पदबंध कहलाता ह ।
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कक्रया पदबध में मुख्य कक्रया पहल आती ह। उसक बाद अन्य कक्रयाए ममलकर एक
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समग्र इकाई बनाती ह। यही 'कक्रया पदबंध' है ।
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जैस-
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(a) वह बाजार की ओर आया होगा ।
(b) मुझे मोहन छत स हदखाई द रहा ह ।
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(c) सुरश नदी में डूब गया ।
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(d) अब दरवाजा खोला जा सकता ह ।
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उपयुथक्त वाक्यों में yky छपे शब्द 'कक्रया पदबंध' है ।
(5) अव्यय पदबंध- वह पदबध जो वाक्य में अव्यय का कायथ कर, अव्यय पदबंध
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कहलाता ह ।
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इस पदबंध का अनतम शब्द अव्यय होता ह। उदाहरण क मलए ननम्नमलखखत वाक्य
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दखखए-
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(a) og igys dh vis{kk cgqr rst nkSM+k A
(b) सुबह स शाम तक वह बैठा रहा A
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(c) d’ehj ls dU;kdqekjh rd Hkkjr ,d gS A
इन वाक्यों में yky छपे शब्द अव्यय पदबध हैं ।
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