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                 B) यद्ध का रास्ता

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                 C) कहिनाइयों स भरा जीवन माग  ष

                 D) पजा का स्थान
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             5  “यि मिान दृश्य िै, चल रिा मनुष्य िै” — से क्या अहभप्राय िै ?                               1


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                 A) मनष्य आराम कर रिा ि   ै

                 B) मनष्य िार मान रिा ि  ै
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                 C) मनष्य सघर्शील ि और आग बढ़ रिा ि     ै
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                 D) मनष्य थक चका ि   ै
                                                    ( ग्ननबधात्मक  प्रश्न )
                                                         ं
             6   कहवता में 'अहिपथ' शब्द का प्रतीकात्मक अथष क्या िै ?                                       2


             7  कल्पना कीहजए हक आप एक पवषतारोिी िैं। कहिन रास्ते से ऊपर चढ़ते समय आपको "अहिपथ"             2


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                 कहवता की कौन-सी पक्तिया प्रररत करगी? क्यों ?
             8  आपके  जीवन में कोई ऐसी क्तस्थहत बताइए जिाँ आपको "अहिपथ" जैसी भावना का अनुभव हुआ िो         2
                 ।

             9  कहव के  अनुसार जीवन में थक कर बैि जाना या पीछे  मुड़ जाना क्यों उहचत निीं िै ?             2


            10  "वृक्ष िों भले खड़े, िों घने, िों बड़े..." — इन पंक्तियों में कहव क्या समझाना चािते िैं ?   2
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