Page 1 - LESSON NOTES-VAKY ROOPANTARAN
P. 1

SAI INTERNATIONAL SCHOOL

                                                          SHS

                                                   GRADE – VIII
                                                 ND
                                               2  LANG. (HINDI)
                                                           ां
                                े
                पाठ- रचना क आधार पर वाक्य रूपातरण
               Lesson Notes –
               Learning objective &
                                       ं
                                                       ें
                                                         े
                     वाक्य क े ववविन्न अग ं क  पहचान सकग।
                                                       े
                                                                   े
                     व्याकरविक ऱूप से सही वाक्य बनान में सक्षम ह ंग।
                                                                         े
                                े
                     वाक्य क े िद – सरल , सयक्त और वमश्र वाक्य क  समझग
                                            ं
                                             ु
                                                                       ें
                                                                                            ां
                                ं
                                                        ु
                                                                                              ु
                                                      ां
                     वाक्य ऱूपातरि - सरल वाक्य से सयक्त वाक्य, सरल वाक्य से मिश्र वाक्य, सयक्त वाक्य से
                                                                     ां
                                                                      ु
                       साधारण वाक्य, मिश्र वाक्य को साधारण वाक्य, सयक्त वाक्य से मिश्र वाक्य और मिश्र
                                 ां
                       वाक्य से सयक्त वाक्य बनान िें सक्षम ह ंग।
                                                 े
                                                             े
                                  ु
                                                                              े
                                                                     ं
                                                                                                     ु
                                                                           ै
                     उदाहरि ं और अभ्यास ं क े माध्यम से वाक्य क  ऱूपातरि कस वकया जाता है इसका  अनिव
                              ें
                                े
                       प्राप्त करग।
                                                                                    े
                                                                               ू
                                  े
                                                                                                    े
                                                                                                  ें
                     रचनात्मक लखन क े जररए व्याकरि क  व्यवहाररक ऱूप से लाग करन का अभ्यास करग।
                                                                                            ें
                                                                                       ू
                                                        ं
                                                                                              े
                     मौखखक और वलखखत गवतववविय ं से वहदी व्याकरि की अपनी पकड़ मजबत करग।
               पररचय
               वाक्य -
                                                                े
                                                                                       ें
                                                  े
                                                         ू
                                                                                             े
                                                               ण
                                                           ण
                                        ू
               वाक्य पद ं क े व्यवखथित समह क  कहत हैं ज  पि अि दता है| उदाहरि - गौरव गद से खल रहा है|
                                                    े
                                               े
               रचना क े आिार पर वाक्य क े तीन िद ह त हैं -
               1. सरल या सािरि वाक्य
                   ं
                     ु
               2. सयक्त वाक्य
               3. वमश्र वाक्य
               सरल या साधरण वाक्य
                                                                                      ें
                                                        े
                                                                       ु
                                            े
               पररिाषा - वजन वाक्य ं में एक उद्दश्य, एक वविय और एक ही मख्य विया ह , उन्ह सािारि वाक्य कहत  े
                 ैं
                    ै
                      े
               ह। जस -
               • म हन जा रहा है|
               • राम खा रहा है|
                                                        ण
               ऊपर वदए गए वाक्य ं में 'म हन' और 'राम' कता हैं तिा 'जा रहा है' और 'खा रहा है' विया हैं| इन वाक्य ं में
                          ण
               एक ही कता और विया हैं इसवलए ये सरल वाक्य हैं|
                   ु
               सांयक्त वाक्य
                             ाँ
                                                                                                     े
                                                                        े
                                                                       ु
                                                                                                       ैं
                                                                                   ं
                                                                             े
                                                                                     ु
               पररिाषा - जहा द  या द  से अविक उपवाक्य वकसी य जक से जड़ ह त हैं, वे सयक्त वाक्य कहलात ह।
                                                                                                  े
                                                                               े
                                                                                                      े
                                                                                                    ै
                               े
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                                                          ं
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                              ु
                                                                े
                                                                            ू
                 ं
               सय जक द्वारा जड़ रहन पर िी प्रत्यक वाक्य स्वतत्र ह त हैं और एक-दसर पर आवश्रत नहीं रहत| जस -
                                                    े
               • म हन ने अपना काम वकया और घर जान लगा|
                             े
               • राम ने बहुत महनत वकया इसवलए वह परीक्षा में प्रिम आया|
               मिश्र वाक्य

                                                            े
                                                                                    ें
               पररिाषा - वजन वाक्य ं की रचना एक-से अविक ऐस उपवाक्य ं से हुई ह , वजनम एक प्रिान तिा अन्य
                                                           ैं
                                                              ै
                                                                े
                                          ें
                                                         े
               वाक्य उस पर आवश्रत ह ं, उन्ह वमश्र वाक्य कहत ह। जस -
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