Page 1 - LESSON NOTES-ALANKAR
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SAI INTERNATIONAL SCHOOL

                                                          SHS

                                                   GRADE – VIII
                                                 ND
                                               2  LANG. (HINDI)
                          ं
               पाठ- अलकार
               Lesson Notes –

               Learning objective &
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                                े
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                     अलकार स पररचित हो पाएग |
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                                                                       े
                                                                     ँ
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                     अलकारों  क प्रयोग स काव्य का सौन्दय को बढ़ा पाएग |
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                     अलकारों  क े भदों को समझ पाएग |
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                     उनक अर्थ समझ कर वाक्यों म प्रयोग कर पाएग |
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                     अनप्रास और यमक अलकार क अतर को समझ पाएग |
                     चनयमों की जानकारी हो पाएगा
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                     लखन कौशल में वद्धि होगी  ।
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                     जीवन में व्याहाररक प्रयोग कर पाएग  ।
                                                                                                      ु
                     उदाहरणों और अभ्यासों क े माध्यम से वाक्य में चकस तरह प्रयोग  चकया जाता है इसका  अनभव
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                              ें
                       प्राप्त करग।
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                                                                                    े
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                     रिनात्मक लखन क े जररए व्याकरण को व्यवहाररक ऱूप से लाग करन का अभ्यास करग।
                                                                                              े
                                                                                            ें
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                     मौद्धखक और चलद्धखत गचतचवचियों से चहदी व्याकरण की अपनी पकड़ मजबत करग।

               पररचय
               Lesson Notes
                    ं
               अलकार –
                                                                   ँ
                                                                                   य
                                                                                           ू
                   ं
               अलकार दो शब्ों से चमलकर बना  है – अलम + कार। यहा पर अलम का अर्  है ‘आभषण’ और कर
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                                                                                           े
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               का अर् है ‘ससद्धित करन वाला’। जिस तरह से  एक नारी अपनी सन्दरता को बढान क े जलए
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                                                                            े
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               आभषणों को प्रयोग में लाती हैं उसी प्रकार भाषा को सन्दर बनान क े जलए अलकारों का प्रयोग
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               जकया िाता है, अर्ात जो शब् काव्य की शोभा को बढ़ात हैं उस अलकार कहत ह।



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