Page 2 - Microsoft Word - CH-2 SIKTASETU HA-2
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2-  नाटयांशम् प ठ वा   ानाम् उ रािण िलखत -


















             I. एकपदेन उ रत-

             (i) क:                                ?  (ii)  दवसे माग  ा त: कदा गृहम् उपैित ?
             II. पूण वा येन उ रत-


                                                                                                               ्
             (i) तपोद :  कमथ म्  अहसत् ? (ii) क: तप यया िव ामवा ुम्  वृ : आसीत
             ?
                                                              ं
             III. भािषक काय म्- मंजूषात: उिचत पद िचनूत -
                                                                                          ं
             i.     ‘पु षम्: ' इित पद य िवशेषणपदं  कम् ? मंजूषा- (पु षमेक, एकम्,  यासं )

           ii.      ‘उपैित' इित पद य पयायपदं  कम् ? मंजूषा- ( ा ोित , उ पतित, भवित )

             3. अ वय लेखनम् –


                            ै
             (i) प रधान:.......... अिप .........(िवदयाहीन) नर: ..........वा
                सभायाम् ......... न ......... |

                                                 ै
                                   े
                मंजूषा – (शोभत , अलंकार: िनमाणभोगीव, गृहे , भूिषत:)
                                                                                      ं
             (ii) राम: .........िशलािभ: ......... सेतु बब धत (सेतु) .........
                िवदधद् ........ अितरामताम् |
             मंजूषा – (बालुकािभ: , यं, यािस, मकरालये,  वम्)
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