Page 2 - Microsoft Word - TOPIC-18 SAMBAD LEKHANAM HA-2
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                 4.  म जुषा पद: संवादं पूरयत –
                             ु
             किवता –  वम् क  ....................?
             रिचता – अहं ................ ग छािम |

                                   ्
             किवता –  वम् कि मन .................. पठिस ?
             रिचता – अहं साइ अ तरा ीय िब ालये पठािम |

             किवता – त  अ यापकानां  यवहार: क दृश: ?
             रिचता – सव  अ यापका: .................. सि त |
                             े
             किवता –  वम् कन .................... ग छिस ?
             रिचता – अहं बस यानेन ग छािम |

             म जुषा- (िब ालये , यानेन ,  ेहिशला: , ग छिस, िब ालयं )


                 5.   यो: मिहलयो: वाता लापं म जुषा सहायतया पूरयत –
                          ु
             रमा –  वम् क  आसी: ?
                             ु
             सीता – अहं मात: वै णोदे ा: ................. गतवती |
                                     ु
             रमा – .......................क  अि त ?
             सीता – इदं ................. अि त |
             रमा –  क  वम्  ितवष  त   ..................... ?



             सीता – आम् अहं  ितवष ..................... दशनाथ  त  ग छािम |

                                                                                   ं

             म जुषा- (दशनाथ  , दे ा: , ग छिस , िहमाचल देशे , वै णोदेवी मि दर)
                                                                                   ै
                                                            ं
                 6.   यो: िम यो: सुनािमपीिडतानां िबषयक वाता लापं म जुषा पद: पूरयत –
                             ्
             राम: -  क भवान सुनािमपीिडतजनानां .................... जानाित |
             मोहन: - आम् अहं ......................िबषये जानािम िचि तत: च अि म |
                          ्
             राम: - भवान  कमथ  ................. अि त ?

             मोहन: - मम .....................  कारणम् तेषां पुनवासिवषये अि त |
             राम: -  क ....................  य िशल: न अि त ?
                             े
             मोहन: - सव कारण सह जनताया: सहयोग: अिप आव यक: |


             म जुषा- (सुनािमपीिडतानां , िबषये , सव कार: , िचि तत:, िच ताया: )


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