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               ?k& og cgr [kq’k Fkha


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               d& lqanj izd`fr dks ns[kdj

               [k& muds ifr jke ds izse ls
               x& y{e.k ds lsokHkko ls

               ?k &egy ns[kdj




               Subjective-Average


            fueufyf[kr iz’uksa ds mRRkj fyf[k, A


               •  Ikz’u&mRrj



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                                                                                 ण
                                                                                              ै
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               1.प्रथम सवया म कवव न राम – सीता क वकस प्रसग का वर् न वकया ह?
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                                                                                ं
               उत्तर:- प्रथम सवया में कवव ने राम – सीता क े वन – गमन  प्रसग  का वर्न  वकया  है ।
                                                                                           ण

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                ou ds ekxZ dk¡Vks ls Hkjk vkSj ÅcM +& [kkcM+ Fkk A
               Subjective-Difficult
              fueufyf[kr iz’uksa ds mRRkj fyf[k, A



                                                  े
                                                                              े
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               1. वन क े माग में सीता को होन वाली कविनाइयों क े बार में वलखो।

                                                                                      े
               उत्तर:- वन क े माग में जात हुए सीता थोड़ी ही दर में थक गई । उनक माथ से पसीना बहन
                                                                 े
                                                                                            े
                                                                                                            े
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                                                                                                       े
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               लगा और होंठ सख गए । वन क े माग में चलत – चलत उनक परों में काट चभ ने लग।

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               2. सीता की आतरता दख कर राम की क्या प्रवत विया होती है ?
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