Hots a a x& fuEufyf[kr iz’uks ds mRrj 80-100 ‘kCnks es fyf[k, A े 1 - दुवनया की सारी गंदगी क बीच, दुवनया की सारी खुशबू रचते रहते हैं हाथ - foLrkjiwoZd O;k[;k dhft, A 2 - इस कविता को वलखने का मुख्य उद्देश्य क्या है?