Page 2 - H.A.- KHUSHBOO RACHATE HAATH
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(C) कोमल और खुशबूदार



               (D) उपरोक्त सिी


                           े
                4 - कवि क अनुसार तंग गवलयों में  fdlds ds fy, अगरबवत्तया बनती है ?
                                                                                                a
                                                                                       ¡

               (A) xk¡o ds fy,


               (B) ‘kgj ds fy,



               (C) iwjs ns’k ds fy,


                              ु
               (D) इनमें से कछ नहीं




               Subjective




                                          a
                                                                        a
                                                                     a
               [k& fuEufyf[kr iz’uks ds mRrj 30-40  ‘kCnks es fyf[k, A
                                             ै

                1 - ‘खुशबू रचनेिाले हाथ’ कसी पररवस्थवतयों में तथा कहााँ कहााँ रहते हैं?


                                             े

                2 - कविता में ककतने तरह क हाथों की चचाा हुई है?


                                                ‘
                3 - कवि ने यह क्यों कहा है कक खुशबू रचते हैं हाथ’ ?


                                                                  ै
                4 - जहााँ अगरबवत्तयााँ बनती हैं, िहााँ का माहौल कसा होता है?



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                5 - कवि ने हाथों क वलए कौन-कौन से विशेषणों का प्रयोग ककया है?

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                6 - पीपल क पत्ते से नए-नए हाथ, जूही की डाल से खुशबूदार हाथ- व्याख्या कीवजए  A
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