Page 1 - Microsoft Word - TOPIC-4 PARYABARAN HA-1
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SAI INTERNATIONAL SCHOOL
                                                      ND
                                      CLASS – IX 2  LANGUAGE SANSKRIT
                                                     CHAPTER – 11



                                            एकादश: पाठ: - पया वरणम्
                                                       HOME ASSIGNMENT-1



             Q.1.प ठत ग ांश –
                       पर तु  वथा  धो मानव तदेव पया वरणम  नाशयित |  व प लाभाय जना ब मू यािन व तुिन

             नाशयित  |  य  गाराणाम्  िवषा म्  जलं  न ां  िनपा यते  येन  म  या दनां  जलचराणाम्  च   णेनैव
                                                                                  ं
             नाशो जायते | नदीजलमिप त सव थाSपेयं जायते | वन ु ा: िन ववेक िछ  ते  यापारवध नाय, येन
             अवृि :   वध ते,  वनपशव   शरण  रिहता   ामेषु  ,उप वं  िवदधाित  |  शु   वायुरिप   ु कत नात्
                                                             ृ
                                                                                 े
                                                                            ृ
             संकटाप ो  जात:  |  एवं  िह   वाथ  ध  मानवै वकितमुपगता   कितरव  तेषां  िवनाशक    स ाता  |
                          ृ
             पया वरणे िवकित मुपगते जाय ते िविवधा रोगा भीषणसम या  | त सव िमदान  िच तिनयं  ितभाित
             |


             I.एकपदेन उ रत –

             (i)क दृश: मानव अ  पयावरणं नाशयित ?
                                              े
             (ii) क या जलं सव था अपेयं जायत ?
             II. पुण वा येन उ रत –
                         ु

                                   ्
                (i)      कतनात क दृशम् संकटाप ो जात: ?
                (ii) य  गाराणाम् िवषा म् जलं  क करोित ?
             III. भािषककाय म् –
               i.   ‘व लाभाय’ पद य िवपया यपदं  क  यु म् ?

              ii.   ‘स ाता’ इित   यापद य कता  क: ?
                                              े
             iii.   ‘िबिबधा: रोगा:’ अ  िवश य पदं  कम् ?
                                                  े
              iv.   ‘िवषा म् जलं न ां िनपा यत’ | अ  िवशेषणपदं  कमि त ?
             Q.2.प ठत ग ांश –
                     धम  र ित रि त: इ याष वचनम् | पया वरणर णमिप , धम सैवा गिमित ऋषय:
                                             ू
              ितपा दतव त: | तत एव वापीकपतडागा द िनमा णं देवायतनिव ामगृह आ द  थापन च धम िस े:
                                                         ु
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                                 ृ
              ौतो पेण अ गी कतम् | क करसुकरसप नकला द  थलचरा:, म  यक छपमकर  भृतयो:
                                                                                       ृ
             जलचरा ािप र िणया: , यतते  तलमलापनो दनो जलमलापहा रिण   कित र यैव स भवित
             लोकर ेित न शंसय: |
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