Page 1 - Microsoft Word - TOPIC-4 PRAHELIKA Notes
P. 1

SAI INTERNATIONAL SCHOOL

                                                        CLASS – VIII

                                          SUB – SANSKRIT(NOTES)
                                                             े
                                                          हिलकाः


                    पाठ का प रचय (Introduction of the Lesson)
                                                              ै
                      े
                                                                          ं
                           ँ
                                ं
                                                                 े

                    पहिलया मनोरजन का एक  ाचीन िवधा (तरीका) ह। य लगभग ससार की सभी भाषाओं म उपल

                                                                ृ
                          ृ
                              े
                        ं
                                        े

                                                                                 ँ
                                                                                             े
                                                                                                े
                                                                                              े
                                                                             े
                                                                         ै
                    ह। स त क किवयों न इस पर रा को अ   सम  िकया ह। पहिलया हम आन  दन क साथ-
                                                                                                 े
                                                                                        े

                                                                                 ं

                                                                                   ृ
                    साथ हमारी मानिसक व बौ  क  ि या को ती  बनाती ह। इस पाठ म स त  हिलका (पहली)
                                    े

                        े
                                                            ु
                                       ु
                     ू
                    बझन की पर रा क कछ रोचक उदाहरण   त िकए गए ह।
                                     ं

                    पाठ का श ाथ एव सरलाथ
                                            ्
                                    े
                            ू
                    (क) क री जायत क ात?
                                         ्
                                     ु
                                  ं
                    को ह   क रणा कलम?

                        ु
                      ं
                                      ु
                                        े
                             ्
                    िक कयात कातरो य ?
                         ्
                                      े
                            ं
                     ृ
                    मगात िसहः पलायत॥1॥
                              ू
                                       ्
                                             े
                                                ृ
                                                    ्
                                                                    ्
                                                                             ं
                                                              ं
                                                                ु
                    अ यः क री क ात जायत? मगात। कः क रणा कलम ह  ? िसहः।
                           ु
                                  ु
                             े
                                               े

                                      ्
                                ं
                    कातरः य  िक कयात? पलायत।।
                                             ै
                                                                                                   ू
                                 े
                                                                                      ु
                                                                                          ्
                                                                          ्

                                                                 ै
                    श ाथ : जायत-उ   होता ह। ह  -मारता/मारती ह। क रणाम-हािथयों का। कलम-झुंड (समह)
                                                                     े
                                                                                 ै
                             ्

                                 े
                         ु
                    को। कयात-कर (करना चािहए)। कातरः-कमजोर। पलायत- भाग जाता ह (भाग जाना चािहए)।
                                         े

                                                                                             ै
                                                                          े
                                                                               ू
                                                                                         े
                                                                                                 ं
                                                            े
                                                     ै
                                                         ृ
                                 ू
                    सरलाथ : क री िकसस उ   होती ह? मग स। कौन हािथयों क समह को मार दता ह? िसह।
                                   ु
                                              े

                    कमजोर     य  म  ा कर? भाग जाए।
                                   ु
                    (ख) सीम  नीष का शा ा?
                               ू
                                  ु
                                ्
                    राजा कोऽभत गणो मः?
                    िव िभः का सदा व  ा?
                                    े
                       ै
                                ु
                            ं
                    अ वो  न ब त ॥2॥
                                                      ु
                                                                      ्
                                                                     ू
                                        ु
                    अ य : का सीम  नीष शा ा? सीता, गणो मः राजा अभत? रामः।
                                                                   ु
                                                                       े
                                                         ं
                                                               ्
                    का सदा िव   ः व  ा? िव ा। अ  एव उ  (परम) न ब त।।
                                      ु

                                                                                                  ु

                                                                                          ु
                                                                            ू
                                                                              ्
                    श ाथ : सीम  नीष-ना रयों म। शा ा-शा   भाव वाली। कोऽभत-कौन  आ। गणो मः-गणों म
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