Page 1 - L.N-1
P. 1

SAI INTERNATIONAL  SCHOOL



                                                          SLRC


                                                         nd
                                   Grade – VI - 2  Language - HINDI


                                fo”k; & vuqPNsn&ys[ku(Annual )


               ifjHkk”kk &


                                                                                ़े
                                          ु
                                        ु
                                                                              ़े
                                                             ़े
                                                       ें
                                            ़े
                                  ़े
                                                                                                े
                                                                                              ु
               किसी किषय पर थोड, किन्त चन हुए शब्ोों म अपन किचार प्रिट िरन ि प्रयास िो अनछद
                                                                                                    ू
                                                                                                     ण
                                                     ों
                                 ै
                                              ़े
                                                                     ों
                 े
                                                                                           ु
                                                                                     ै
                                                                                                 ें
                                                                                               ों
               लखन िहा जाता ह। यह किसी लख, कनबध या रचना िा अश भी हो सिता ह किन्त स्वय म पर् होना
               चाकहए।

               Lesson Notes –
                                       ण
                                      ू
                                                 ें
                                                                  ़े
                                                              ़े
                                                                                ़े
                                                                                      ़े
                 ों
                                                       ै
                                                            ु
               कहदी साकहत्य िी महत्त्पर् किधाओों म एि ह-अनच्छद लखन। यह अपन मन ि भाि-किचार अकभव्यक्त
                                                     ़े
                                                                                   ें
                                                             ों
                                                           ों
                                           ़े
                                     ै
                    ़े
               िरन िी किकशष्ट किधा ह कजसि माध्यम स हम सबकधत किचारोों िो ‘गागर म सागर’ िी तरह व्यक्त िरत     ़े
                                                                                ें
                              ों
                                           ें
                                                                                   ू
                                                                                    ण
                      ु
                                                                 ै
                        ़े
                                                     ें
                                                                              ़े
                                     ु
                 ैं
                                                                                                           ै
               ह। अनच्छद कनबध िी तलना म आिार म छोटा होता ह, पर यह अपन म पर्ता समाकहत किए रहता ह।
                          ें
                                                      ़े
                                                                        ु
                                                                 ़े
                                                                                                     ू
                                                                      ़े
                                                                                            ैं
                                                    ़े
                                   ु
                                                                                          ़े
                                                                                                   ें
                                                                              ों
                                                                               ु
               इस किधा म बात िो घमा-किरािर िहन ि बजाए सीध-सीध मख्य कबद पर आ जात ह। इसम भकमिा
                                                                 ै
                                                                                       ू
                         ों
               और उपसहार दोनोों िो अकधि महत्त् नहीों कदया जाता ह। इसी तरह िहाितोों, सक्तक्तयोों और अनािश्यि
                              ़े
                                                          ाँ
                                                    ै
                      ़े
               बातोों स भी बचन िा प्रयास किया जाता ह। यहा यह भी ध्यान रखना चाकहए कि अनािश्यि बातोों िो
                                                                                         ़े
                                                                                                    ़े
                                                                                             ़े
                                  ु
                                                                                                  ु
                                                                              ू
                     ़े
                                       ों
                                                                                                        ़े
                            ़े
               छोडत-छोडत हम मख्य अश िो ही न छोड जाए और किषय आधा-अधरा-सा लगन लग। अनच्छद लखन
                    ़े
               िरत समय कनम्नकलक्तखत बातोों िा ध्यान रखना चाकहए-
                                    ु
                                      ़े
                   ों
                                              ु
                           ाँ
                                                                ें
                                                                                   ़े
               कनबध िी भाकत ही अनच्छदोों िो मख्यतया चार भागोों म किभाकजत िर सित ह    ैं
                         ण
                                   ु
                                      ़े
                    िर्नात्मि अनच्छद
                                     ़े
                                  ु
                    भािात्मि अनच्छद
                                      ़े
                                    ु
                    किचारात्मि अनच्छद
                                     ु
                                       ़े
                    कििरर्ात्मि अनच्छद
   1   2