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SAI INTERNATIONAL SCHOOL
SLRC
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Grade – VI - 2 Language - HINDI
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किसी किषय पर थोड, किन्त चन हुए शब्ोों म अपन किचार प्रिट िरन ि प्रयास िो अनछद
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लखन िहा जाता ह। यह किसी लख, कनबध या रचना िा अश भी हो सिता ह किन्त स्वय म पर् होना
चाकहए।
Lesson Notes –
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कहदी साकहत्य िी महत्त्पर् किधाओों म एि ह-अनच्छद लखन। यह अपन मन ि भाि-किचार अकभव्यक्त
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िरन िी किकशष्ट किधा ह कजसि माध्यम स हम सबकधत किचारोों िो ‘गागर म सागर’ िी तरह व्यक्त िरत ़े
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ह। अनच्छद कनबध िी तलना म आिार म छोटा होता ह, पर यह अपन म पर्ता समाकहत किए रहता ह।
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इस किधा म बात िो घमा-किरािर िहन ि बजाए सीध-सीध मख्य कबद पर आ जात ह। इसम भकमिा
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और उपसहार दोनोों िो अकधि महत्त् नहीों कदया जाता ह। इसी तरह िहाितोों, सक्तक्तयोों और अनािश्यि
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बातोों स भी बचन िा प्रयास किया जाता ह। यहा यह भी ध्यान रखना चाकहए कि अनािश्यि बातोों िो
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छोडत-छोडत हम मख्य अश िो ही न छोड जाए और किषय आधा-अधरा-सा लगन लग। अनच्छद लखन
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िरत समय कनम्नकलक्तखत बातोों िा ध्यान रखना चाकहए-
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कनबध िी भाकत ही अनच्छदोों िो मख्यतया चार भागोों म किभाकजत िर सित ह ैं
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िर्नात्मि अनच्छद
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भािात्मि अनच्छद
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किचारात्मि अनच्छद
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कििरर्ात्मि अनच्छद