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SAI INTERNATIONAL SCHOOL
SLRC
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Grade – VI - 2 Language - HINDI
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Lesson Notes
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चित्रकट अयोध्या स कवल 4 चदन की दरी पर था A अयोध्या स लोग वहा आत रहत थ A
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कई कायो की राय मागत थ और चवचभन्न प्रश्न करत थ A राम को यह राजकाज म हस्तक्षप
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की भाचत लगता A अतः राम वहा स दर िल जाना िाहत थ A वहा रहकर तपस्या करन वाल
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मचनयोां को तपस्या म कोई बाधा नहीां थी A राम लक्ष्ण न उस वन स राक्षसोां का सफाया
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कर चदया था A पर मचन गढ़ वन छोड़ना िाहत थ A
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राम लक्ष्ण और सीता चित्रकट छोड़कर दडक ou की ओर िल पड़ A यह बन ?kuk था A
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इसम अनक तपस्वी क आश्रम थ A राक्षस भी वहा बहुत थ वह उसी मचनयोां को कष्ट दत थ
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राम को दखकर मचन गण बहुत प्रसन्न हुए A उन्ोांन राम स कहा -आप उन दष्ट मायावी
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राक्षसोां स हमारी रक्षा कर A राम लक्ष्ण और सीता दडकारण्य म 10 वर् रह A
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मचन न राम को गोदावरी तट पर पिवटी जान को कहा A वनवास का शर् समय दोनोां
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राजकमारोां और सीता न वही गजारा A पिवटी क माग म जटाय चमला A उसन उन् चवश्वास
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चदलाया चक वह वन म उनकी सहायता करगा पिवटी म लक्ष्ण न बहुत सदर कचटया
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बनाई वहा का वातावरण बहुत मनोरम था A