Page 1 - L.N-Dandak Van main Das vars-1
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SAI INTERNATIONAL  SCHOOL



                                                          SLRC


                                                         nd
                                   Grade – VI - 2  Language - HINDI


                                     fo”k; &naMd ou esa nl o”kZ ¼cky jke dFkk½


               Lesson Notes


                     fp=dwV esa jke



                                                                               े
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                                                                                                       े
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                                                                                         ां
                                                                                               े
                चित्रकट अयोध्या स कवल 4 चदन की दरी पर था A अयोध्या स लोग वहा आत रहत थ A
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                                                                                                 ें
                                                                   े
               कई कायो की राय मागत थ और चवचभन्न प्रश्न करत थ A राम को यह राजकाज म हस्तक्षप
                                                                                 ां
                                                                                                            े
                                                                                                       े
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                                                                        े
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               की भाचत लगता A अतः राम वहा स दर िल जाना िाहत थ A वहा रहकर तपस्या करन वाल
                                                                                    े
                                                                         े
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               मचनयोां को तपस्या म कोई बाधा नहीां थी A राम लक्ष्ण न उस वन स राक्षसोां का सफाया
                                                                 े
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               कर चदया था A पर मचन गढ़ वन छोड़ना िाहत थ A

                     ou dh vksj izLFkku
                                                            ां
                                                                                        े
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                राम लक्ष्ण और सीता चित्रकट छोड़कर दडक ou की ओर िल पड़ A यह बन ?kuk था A
                                                                                       ु
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                                                                                                       े
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                                                                           े
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               इसम अनक तपस्वी  क आश्रम थ A राक्षस भी वहा बहुत थ वह उसी मचनयोां को कष्ट दत थ
                                                                           े
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               राम को दखकर मचन गण बहुत प्रसन्न हुए A उन्ोांन राम स कहा -आप उन दष्ट मायावी
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               राक्षसोां स हमारी रक्षा कर A राम लक्ष्ण और सीता दडकारण्य म 10 वर् रह A

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                                                               े
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                मचन न राम को गोदावरी तट पर पिवटी जान को कहा  A  वनवास का शर् समय दोनोां
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                                                                          ें
                                                         ां
               राजकमारोां और सीता न वही गजारा A  पिवटी क माग म जटाय चमला A उसन उन् चवश्वास
                                                                         ें
                                                                                            ां
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                                                                                            ु
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                                                                                                  ु
               चदलाया चक वह वन म उनकी सहायता करगा पिवटी म लक्ष्ण न बहुत सदर कचटया
                          ां
               बनाई वहा का वातावरण बहुत मनोरम था A
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