Page 1 - LESSON NOTES - SAPNO KE SE DIN - 3
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SAI International School
SLRC
Class -X – Hindi - B
Lesson Notes - Sapno Ke Se Din-3
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लखक - गरदयाल िसह
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ikBka’k& मा र ीतमचद को ल क समय …………इ अलौिकक ही मानत थ।
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श ाथ –
िठगना - छोटा
गठीला – प
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ाभािवक - ाकितक
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आदश - आ ा
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ज़बानी - कवल जबान क ारा
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गराए - ग म िच ाना
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द र - कायालय, ऑिफस
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बबरता - अस ता एव जगलीपन
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मअ ल - िनलिबत या िनकाल दना
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मजरी - ीकित
महकमाए-तालीम - िश ा िवभाग
बहाल - पव थित म ा
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चौबारा - वह कमरा िजसम चारों और स खड़िकया और दरवाज हों
रित भर - थोड़ी सी भी
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िब ा - प ी या डडा
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अलौिकक - अदभत या अपव
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लखक कहता ह िक उ ोंन कभी भी मा र ीतमचद को ल क समय म म रात या हसत नहीं दखा
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था। उनका छोटा कद, दबला-पतला पर प शरीर, माता क दानों स भरा चहरा यािन चचक क दागों स े
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भरा चहरा और बाज़ सी तज़ आख, खाकी वद , चमड़ क चौड़ पजों वाल जत-य सभी चीज़ ब ों को
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भयभीत करन वाली होती थी। लखक अपनी परी िज़ गी म उस िदन को कभी नहीं भल पाया िजस िदन
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मा र ीतमचद लखक की चौथी क ा को फ़ारसी पढ़ान लग थ। अभी उ पढ़त ए एक स ाह भी