Page 1 - LESSON NOTES - SAPNO KE SE DIN - 2
P. 1

SAI  International  School

                                                      SLRC


                                        Class -X – Hindi - B

                                      Lesson Notes -  Sapno Ke Se Din-2

                                                  े
                                                        लखक - गरदयाल िसह
                                                                        ं
                                                            ु

                                                                                                          े
                                                                               ै
                                     ू
                                                                                                        े
               ikBka’k& हमारा  ल ब त छोटा था……………………तयार भी हो जाया करत थ।
                                                                                ¼ i`”B 24&28 ½

               श ाथ –
                                                                 ँ
                         ं
                                                                                            ु
                                                                                 ु
                                              ु
               कतार – प                     घड़की - धमकी भरी डाट                 ठ ों - लात-घ   े
                                        े
                                    ं
                        े
               खाल उधड़ना - कड़ा दड दना, ब त अिधक मारना-पीटना
                                                           ु
                                                                                  ु
                               ै
               तमगा - पदक, मडल              िडसी  न – अनशासन                    गडिवल - साख,   ाित
                                                           ँ
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                     ु
               सितगर – सतग                  फटकारना – डाटना                     धना  - अिधक धन वाल     े
               रकम - स ित, दौलत             चाव - शौक, इ ा                      िज़  - चचा             ि सल -
                                                                                   ै
                                                     े
                                                                       ू
                                                        ु
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                                                                        े
               सीटी                                   लीतर - फट-परान ख ाहाल जत            उठ – वहा  ँ
               अकड़ – घम                     िवलायत –  दश                        शािमयाना - त   ू
                                                         े
                                                   े
                                    ँ
                                                                                   े
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                                                                                         ँ
                                                       े
                           ू
               मसखर - िवदषक या हसी-मजाक करन वाल                                अठ - यहा

                ं
                                                         े
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                                 ु
               रग ट - सना या पिलस आिद म नया भत  होन वाला िसपाही

               हरफनमौला - सवगण स  , हर    म आग रह वाला

                                                           े
                                 ु
                                                        े
                                               े

               O;k[;k &
                                                   ू

                                                                                                        े
                                     ै
                                                                       ू
                                                                                                े

                        े
                       लखक कहता ह िक वह िजस  ल म पढता था वह  ल ब त छोटा था। उसम कवल छोट-छोट                  े
                                                                                  े
                                          े
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                       नौ  कमर  थ,  जो  अ जी  क  अ र  एच  (H)  की  तरह  बन   ए  थ।  दाईं  ओर  का  पहला  कमरा
                        े
                                                                                                          े
                                                                         े

                                                                ू
                                                                                      े

                       हडमा र  ी मदनमोहन शमा जी का था।  ल की  यर ( ाथना) क समय वह बाहर आत थ                  े

                                                                                    े
                                                             े
                                                                                            े
                                  ं
                                                                          े
                                                                                               े
                                                                                                     ु
                                                े
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                       और सीधी प  यों म कद क अनसार खड़ लड़कों को दखकर उनक गोरा चहर पर ख़शी साफ़
                                                                            े
                                                               ू
                                                                   े
                                 े
                                                                                                       े
                                                                                           ं
                                                                                                  े
                                                       ं
                                                                               े
                                                                                                            े
                       ही िदखाई दती थी   मा र  ीतम चद जो  ल क 'पीटी' थ, व लड़कों की प  यों क पीछ खड़-
                                                                ं

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                                े
                                                                              े
                                           े
                                                                                          ै
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                                         े
                       खड़ यह दखत रहत थ िक कौन सा लड़का प   म ठीक स नहीं खड़ा ह। उनकी धमकी भरी
                                                                                  े
                                                                                        े
                                                                            ं
                                                                                                         े
                         ँ
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                                                              े
                                                 े
                                                   े
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                                                                    े
                                        े
                       डाट तथा लात-घ  क डर स लखक और लखक क साथी प   क पहल और आखरी लड़क का

                                                                                              ं
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                                        ं
                                                            ू
                                                                           े
                                                                             े
                                                      े
                        ान रखत, सीधी प   म बन रहन की परी कोिशश करत थ  । मा र  ीतम चद ब त ही स
                                 े
                       अ ापक थ।
                                                                                                      े

                                                                         े
                                                                                ु
                                                 ु
                                                   े
                                                                                                  े
                                            पर   हडमा र  शमा  जी  उनक  िबलकल  उलट   भाव  क  थ  ।  वह
                                                     े
                                                                                                         ँ
                         ँ
                                                            ं
                                                                          े
                                                                        े
                                                   ं
                       पाचवीं और आठवीं क ा को अ जी  य पढ़ाया करत थ। िकसी को भी याद नहीं था िक पाचवी
                                                                                                          ँ

                                                                               े
                                            े
                                              े
                                                                                                    े

                       क ा म कभी भी उ ोंन हडमा र शमा जी को िकसी गलती क कारण िकसी को मारत या डाटत             े
                        े
                       दखा या सqना हो।
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